BHARAT DOGRA

An Author and Journalist Writing on Development, Environment, Human Rights and Society

bharat dogra

Bharat Dogra is a freelance journalist, author, researcher, activist, all combined into one. He has written for 50 years mainly on peace, environment protection and justice issues, writings widely used by educational programs and social movements.

  • Received 18 prestigious journalism awards and several fellowships
  • Around ten thousand articles and 400 books/booklets written in Hindi and English have been published, plus several poems and songs, short stories and novellas, broadcasts on prime time radio, taught development journalism
  • Helped several social movements
  • Served in senior honorary positions in campaigns for right for information, shelters for homeless persons, support for social activists; currently Honorary Convener - Campaign to Protect Earth NOW
  • Aim in life - contribute in a humble way to creating a world based on justice, peace and environment protection

Curriculum Vitae

Read Article: My 50 Years as an Independent Writer

Published Hindi Articles in 2010

  1. भारत व पाक में अमन से बच सकते हैं लाखों बच्चे - नवभारत टाइम्स, 1.1.09
  2. आह को उम्मीद में बदलने का वक्त - नवभारत टाइम्स 2.1.09
  3. आतंकियों के मंसूबे क्यों धरे रह गए? - दैनिक भास्कर, 2.1.09
  4. बेघरों ने भी किया नए साल का भव्य स्वागत - नवभारत टाइम्स, 3.1.09
  5. बच्चों से जुड़ा कुत्सित कारोबार - नर्इ दुनिया, 3.1.09
  6. कूटनीति की कसौटी - दैनिक जागरण, 5.1.09
  7. किसका मुनाफा - जनसत्ता, 10.1.09
  8. बुंदेलखंड में करप्शन की काट बना आर.टी.आर्इ. - नवभारत टाइम्स, 11.1.09
  9. सूचना के अधिकार - पुस्तक समीक्षा - राजस्थान पत्रिका
  10. अभी जारी है बुंदेलखंड के दुख दर्द का दौर - सोपान स्टेप, जनवरी 2009
  11. सरकारी नीतियों में उपेक्षित पर्यावरणीय सरोकार - राष्ट्रीय सहारा, 13.01.09
  12. आतंकी सोच पर हमला जरूरी - दैनिक ट्रिब्यून, 11.1.09
  13. आम चुनाव पास देख डकैत भी हुए सक्रिय - नवभारत टाइम्स, 19.1.09
  14. बुंदेलखंडी लोककलाओं को बचाने की मुहिम - नवभारत टाइम्स, 20.1.09
  15. नि:स्वार्थ सेवा - हिन्दुस्तान, 22.1.09
  16. स्वतंत्रता सेनानियों के लिए बचे स्मारक - नवभारत टाइम्स, 27.01.09
  17. अहिंसा का प्रशिक्षण जरूरी - सर्वोदय प्रेस सर्विस, 23.01.09
  18. क्लाइमेट चेंज और ग्रामीण विकास की चुनौती - नवभारत टाइम्स, 29.01.09
  19. बुंदेलखंड में साल बदला, पर नहीं बदली हालत - नवभारत टाइम्स, 29.01.09
  20. बुंदेलखंड में गरीबी ने निकाला कर्इ लोककलाओं का दम - नवभारत टाइम्स, 3.2.09
  21. जलवायु संकट के पीछे विषमता भी - आऊटलुक - फरवरी, 2009
  22. समाजवाद की सोच को व्यापक बनाना जरूरी - राष्ट्रीय सहारा, 20.01.09
  23. विदेश नीति की उलझन - दैनिक जागरण, 2.2.09
  24. बाघ पहुंचा शहर में पर जंगल से गायब - सोपान स्टेप, फरवरी 2009
  25. क्यूबा की मिसाल - जनसत्ता, 5.2.09
  26. बुनकरों ने धरना, प्रदर्शन कर दर्द किया बयां - नवभारत टाइम्स, 12.2.09
  27. तनाव से रुकेगा दक्षिण एशिया का विकास - नर्इ दुनिया, 6.2.09
  28. कैसे कामयाब हो रोजगार गारंटी योजना - राष्ट्रीय सहारा, 6.2.09
  29. महंगी दवाओं के जाल में आम आदमी - अमर उजाला, 7.2.09
  30. परंपरा और मजदूरी में अंतर है - सर्वोदय प्रेस सर्विस, 6.2.09
  31. दिल्ली में इंडिया गेट के पास जरूरी है स्वतंत्रता सेनानियों का स्मारक - निरंतर, 7.2.09
  32. जलवायु बदलाव का संकट गांवों और वनों पर - लोकमत, 15.3.09
  33. हथकरघा बुनकरों एवं हस्तशिल्पियों का गहराता संकट - एक संवाद - दून द्वार, 15.2.09
  34. मानसून के गेटवे को बचाने की मुहिम - नवभारत टाइम्स, 22.2.09
  35. आजीविका की रक्षा का एक प्रयास - बुनकर संदेश अभियान - निरंतर, 25.02.09
  36. बिगड़ रही है सहयाद्री की आबोहवा - नवभारत टाइम्स, 26.02.09
  37. राहत नहीं पहुंचाती स्वास्थ्य सेवाएं - नर्इ दुनिया, 26.2.09
  38. आखिरकार कौन चाहता है भड़के युद्ध - राष्ट्रीय सहारा, 20.2.09
  39. विश्व तनाव के केन्द्र में अपफगानिस्तान - राष्ट्रीय सहारा, 2.3.09
  40. महंगी होती दवायें - लाचार होता मरीज - इंडिया टाइम्स, फरवरी 2009
  41. बुनकर संदेश अभियान ने बुलंद की दस्तकारों की आवाज - सोपान स्टेप, मार्च 2009
  42. बिना युद्ध कैसे खत्म होगा आतंकवाद - नवभारत टाइम्स, 2.3.09
  43. खतरनाक हथियारों पर रोक के सफल होते प्रयास - दैनिक ट्रिब्यून, 8.3.09
  44. पलायन की कडि़यां - जनसत्ता, 11.3.09
  45. किस राह पर जाए नेपाल का विकास - दून द्वार, 8.3.09
  46. कैसे नियंत्रित होगा पाक में पनपता आतंकवाद - देशबन्धु, 9.3.09
  47. मुसीबत का सबब न बन जाए समझौता - राष्ट्रीय सहारा, 13.3.09
  48. गांववाले भी खोलने लगे हैं भ्रष्टाचार की पोल - नवभारत टाइम्स, 15.3.09
  49. जरूरी है सहाद्री के पर्यावरण को बचाना - स्रोत, 14.3.09
  50. युद्ध के बरसों बाद भी जान लेती हैं बारूदी सुरंगें - स्रोत, 21.3.09
  51. क्यों पास नहीं आ पाते जरदारी और शरीफ - भास्कर, 17.3.09
  52. घातक है पड़ोस में अफीम की खेती - अमर उजाला, 21.3.09
  53. कैसा था भगत सिंह का बचपन - पीपुल्स समाचार, 22.3.09
  54. जीवन-मृत्यु दोनों में प्रेरणा रहे गणेश शंकर विधार्थी - नवज्योति, 25.3.09
  55. पश्तून समुदाय को आतंकवादी न कहें - पीपुल्स समाचार सर्वोदय
  56. आतंकवाद को कैसे कमजोर करें - नवज्योति, 16.3.09
  57. सहायता पर सवाल - दैनिक जागरण, 23.3.09
  58. बाल मजदूरी के नाम पर बुनकरों का उत्पीड़न - बनारस से रिपोर्ट - नवभारत टाइम्स, फरवरी 2009
  59. दलितों ने सुनार्इ दर्द भरी दास्तान - नवभारत टाइम्स, 29.3.09
  60. पाकिस्तान - खत्म नहीं हुआ है संकट - हिन्दुस्तान, 27.3.09
  61. विकास का दूसरा रास्ता - जनसत्ता, 28 .3.09
  62. जो दवा के नाम पर जहर दे - दून द्वार, 22.3.09
  63. क्यों सामने नहीं आता बांग्लादेश का पूरा सच - राष्ट्रीय सहारा, 26.3.09
  64. कैसा हो वैकल्पिक राजनीतिक दल - निरंतर, 24.3.09
  65. तालिबान को कहां से मिले इतने हथियार - दून द्वार, 29.3.09
  66. अशांति की आहट - दैनिक जागरण, 1.4.09
  67. यू.पी.ए. सरकार: पांच वर्ष में ढार्इ कोस - अमर उजाला, 2.4.09
  68. सामाजिक सरोकार बने कसौटी - नवभारत टाइम्स, 2.4.09
  69. भारतीय लोकतंत्र और चुनाव - राष्ट्रीय सहारा, 9.4.09
  70. नदी को बहने दीजिए - सर्वोदय प्रेस सर्विस, 10.4.09
  71. लोकतंत्र: राजनीतिक दलों से बुनियादी अपेक्षाएं - हिन्दुस्तान, 13.4.09
  72. बहुत जरूरी है सहयाद्री के पर्यावरण को बचाना - सोपान स्टेप, अप्रैल 2009
  73. रेशम के उलझते धागे - दून द्वार, 12.4.09
  74. कहां जा रहे हैं तालिबान - दैनिक जागरण, 16.4.09
  75. ओबामा का आतंक विरोधी युद्ध - राष्ट्रीय सहारा, 16.4.09
  76. बड़े बांधों को लोकतांत्रिक न्याय से जुड़ना चाहिए - मीडिया, अक्टूबर-दिसम्बर 2007, जनवरी-मार्च 2008
  77. वोट से पहले प्रत्याशियों से वादे लेंगे जल प्रहरी - नवभारत टाइम्स, 20.4.09
  78. कांग्रेस की योजना में महज चुनाव या भविष्य - दैनिक भास्कर, 20.4.09
  79. इतने भी दूर न जाएं कांग्रेस और लेफ्ट - नवभारत टाइम्स, 21.4.09
  80. अपने धर्म को ही आहत करते हैं कट्टरवादी तत्त्व - दून द्वार, 26.4.09
  81. फसल कटार्इ के लिए कम्बाइन पर बढ़ती निर्भरता - स्रोत, 25.4.09
  82. लंबे संघर्ष के बाद ही मिला बेरोजगारी भत्ता - नवभारत टाइम्स, 22.4.09
  83. बातें कम राहत ज्यादा - नर्इ दुनिया, 23.4.09
  84. चुनावों में बुनियादी मुददे उभारने के प्रयास - दैनिक ट्रिब्यून, 25.4.09
  85. अफगानिस्तान और पाकितान में आतंकवाद - इंडिया टाइम्स, अप्रैल
  86. पाक में तनाव के बुनियादी कारण - राष्ट्रीय सहारा, 2.5.09
  87. खुदकुशी की कडि़यां - जनसत्ता, 6.5.09
  88. विश्व आर्थिक संकट: छलनी से घड़ा भरने का ढकोसला - सर्वोदय प्रेस सर्विस, 1.5.09
  89. बुनकरों की सहायता में अब और देर न हो - दून द्वार, 3.5.09
  90. हथकरघा बुनकरों की रक्षा जरूरी - सोपान स्टेप, मर्इ 2009
  91. राहत का लंबा इंतजार - दैनिक जागरण, 9.5.09
  92. फ्रांटियर गांधी, तालिबान और अहिंसा - नवभारत टाइस, 12.5.09
  93. श्रीलंका और लिट्टे के कटु अनुभव - दैनिक ट्रिब्यून, 14.5.09
  94. लोकतांत्रिक भावना से सुलझेगी चुनाव बाद की उलझने - राष्ट्रीय सहारा, 14.5.09
  95. राजनीति: जरूरी है सेक्यूलर सरकार - हिन्दुस्तान, 15.5.09
  96. सीवर मजदूरों पर जन-सुनवार्इ - सीवर मजदूरों के जीवन व स्वास्थ्य की रक्षा - स्रोत फीचर्स, 20.5.09
  97. चुनाव - कैसे हो? – स्थिर सरकार और राष्ट्रीय एकता की दरकार - राष्ट्रीय सहारा, 18 मर्इ 2009
  98. देश के लिए अच्छा रहेगा सेक्यूलर सरकार का व्यापक आधार - अमर उजाला कांपैक्ट, मर्इ 2009
  99. ग्रामीण पत्रकारिता समस्याएं व संभावनाएं - निरंतर, 14.5.09
  100. सरकार किसकी - लोकमत समाचार, 13.5.09
  101. आगे की राह - जनसत्ता, 21.5.09
  102. क्या कहता है मतदाताओं का संदेश - दैनिक ट्रिब्यून, 21.5.09
  103. कितना सार्थक होगा चुनाव-परिणामों का आकलन - अमर उजाला कांपैक्ट, 22.5.09
  104. शराब के विरुद्ध जबरदस्त अभियान चाहिए - दून द्वार, 17.5.09
  105. बिनायक सेन को भूलिए मत - राष्ट्रीय सहारा, 24.5.09
  106. भाजपा की सबसे बड़ी समस्या है साम्प्रदायिकता - निरंतर, 16.5.09
  107. जरूरी है आम सहमति की राजनीति - अमर उजाला, 23.5.09
  108. पूवा±चल के हथकरघा उधोग पर संकट - नवभारत टाइम्स, 25.5.09
  109. कब तक चलेगी तालिबानी विरोधी जंग - भास्कर, मर्इ 2009
  110. हैंडलूम को अनियंत्रित मशीनीकरण से बचाइये - स्रोत फीचर, 27 .5.09
  111. आतंक का आधा सच - दैनिक जागरण, 27 मर्इ, 2009
  112. कैसे रुकेगा तालिबान का प्रसार - दून द्वार, 24.5.09
  113. जमीन और घर के बिना किसान, नर्इ दुनिया, 2.6.09
  114. गहरे सुख की पहचान, निरन्तर, 27.5.09
  115. एक नया संदेश दे गया जादूगरों का यह मेला - निरन्तर, 3.6.09
  116. टिकाऊ खेती - राष्ट्रीय सहारा 5.6.09
  117. चुनावों में सार्थक मुद्दों के लिए सक्रिय रहे जन-संगठन - सोपान स्टेप, जून 2009
  118. नर्इ सरकार की चुनौतियां - अमर उजाला कांपैक्ट
  119. आदर्श को समर्पित युवा पीढ़ी - सर्वोदय प्रेस सर्विस, 19.6.09
  120. नए डकैत गिरोह फिर दहला रहे हैं बुंदेलखंड को - दून द्वार, 14.6.09
  121. अवैध हथियार: पाबंदी के लिए संधि जरूरी - हिन्दुस्तान, 16.6.09
  122. अंधविश्वास के खिलाफ आगे आए जादूगर - नवभारत टाइम्स, 12.6.09
  123. जनता आगे सरकार पीछे - सूचना का अधिकार - दैनिक जागरण, 16.6.09
  124. सिलिकोसिस के मरीजों के लिए नर्इ उम्मीद - स्रोत, जून 2009
  125. कैसे रहे बुनकरों का हुनर बरकरार - राष्ट्रीय सहारा, 27.6.09
  126. उत्तरकाशी का अभिशाप बना हार्इडल प्रोडेक्ट - नवभारत टाइम्स, जून 2 009
  127. गंगा के उद्गम में भी जल-संकट - नर्इ दुनिया, 29.6.09
  128. मजदूरों को चाहिए बेहतर सामाजिक सुरक्षा - सोपान स्टेप, जुलार्इ 2009
  129. प्रतिकूल मौसम में हमारी प्राथमिकताएं - राष्ट्रीय सहारा, 13.7.09
  130. नर्इ टिहरी - मुसीबत में हैं विस्थापित, नर्इ टिहरी में नहीं दिखी रौनक - नवभारत टाइम्स, 1.7.09
  131. छोटे किसानों को मिले प्राथमिकता - दैनिक भास्कर, 2.7.09
  132. गंगा को श्रीहीन करता विकास - सर्वोदय प्रेस सर्विस, 3.7.09
  133. पांच सितारा भोजन - जनसत्ता, 8.7.09
  134. आदिवासियों ने तैयार किया भ्रष्टाचार का चिटठा, नवभारत टाइम्स, 13.7.09
  135. जंगल बचे तो बचेंगे हम - नवभारत टाइम्स, 13.7.09
  136. उत्तराखंड: सूखते प्रदेश की टूटती उम्मीदें - हिन्दुस्तान, 14.7.09
  137. फंड है, फिर भी मजदूरों को बीमा लाभ नहीं - नवभारत टाइम्स, 14.7.09
  138. नरेगा - अब भी हक के लिए लड़ रहे हैं लोग - दैनिक जागरण, 16.7.09
  139. उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर बांध निर्माण का असर - ग्रामीण समुदायों में बिखराव और पंचायती राज पर मंडराते खतरे - पंचायती राज अपडेट, जुलार्इ 2009
  140. उम्मीदों पर खरा नहीं बजट - दैनिक जागरण, 17.7.09
  141. उद्गम स्थल में ही संकटग्रस्त है गंगा - दैनिक ट्रिब्यून, 19.7.09
  142. हिमालय में सुरंग बांधों के खतरे व विकल्प -स्रोत फीचर्स, अगस्त 2009
  143. मेट्रौ का मूल्यांकन - दैनिक जागरण, 30.7.09
  144. किसानों की उम्मीद बनते प्रयोग - राष्ट्रीय सहारा, 30.7.09
  145. कब तक लुटते रहेंगे मरीज? - दून द्वार, 26.7.09
  146. डिप्रेशन को हौवा मत बनाइए - लोकमत समाचार, 26.7.09
  147. किस राह पर जाए नेपाल का विकास - सच्ची मुच्ची, मार्च 2009
  148. हिमालय का पर्यावरण और जन भागीदारी - सर्वोदय प्रेस सर्विस, अगस्त 09
  149. सूखे का मुकाबला - दैनिक जागरण, 6.8.09
  150. करजर्इ की मुश्किलें - जनसत्ता, 6.8.09
  151. हार के बावजूद वाम मोर्चा - अमर उजाला कांपैक्ट, 5.8.09
  152. जन-चेतना से जुड़कर ही बचेगा पर्यावरण - अमर उजाला कांपैक्ट, 21.7.09
  153. अनावश्यक कार्यों के लिए बड़े पैमाने का विस्थापन उचित नहीं - कसया को उत्तर प्रदेश का नंदीग्राम बनने से रोकिए - अमर उजाला कांपैक्ट, 31 .7.09
  154. आमी नदी के प्रदूषण से पास के गांवों में तबाही - नवभारत टाइम्स, 10.8.09
  155. तटबंध की सीमाएं - लोकमत समाचार, 18.6.09
  156. भ्रष्टाचार के पर्दापफाश के लिए आगे आए कोल आदिवासी - पंचायती राज अपडेट - अगस्त 2009
  157. आरक्षण लेकिन कुछ आशंकाएं भी - दैनिक जागरण, 7.9.09
  158. नदियों की रक्षा के सार्थक उपाय - सोपान स्टेप, अगस्त 2009
  159. हिमालय क्षेत्र की सही विकास नीति - दैनिक भास्कर, 13.8.09
  160. पर्यावरण भी बचे और पानी भी - नर्इ दुनिया, 15.8.09
  161. पर्यावरण पर हमले से गंभीर हुआ संकट - राष्ट्रीय सहारा, 17.8.09
  162. महिला किसान: हम किसी से कम नहीं - सर्वोदय प्रेस सर्विस, 21.8.09
  163. सूखे से निबटने के परंपरागत तरीके - दैनिक जागरण, 21.8.09
  164. किसान महिलाओं को महत्त्व मिलें - नर्इ दुनिया, 22.8.09
  165. शहीदों का स्मारक - सर्वोदय प्रेस सर्विस, जुलार्इ 2009
  166. असरदार भूमिका के लिए प्रशिक्षण - नर्इ दुनिया, 8.9.09
  167. जल संरक्षण: 10 से.मी. वर्षा में ही तालाब लबालब - स्रोत, 22.8.09
  168. पर्यावरण के लिए घातक भी है बड़ी पनबिजली परियोजनाएं - दैनिक ट्रिब्यून, 30.8.09
  169. कुपोषित विकास - जनसत्ता, 3.9.09
  170. धनी देशों का जाल - दैनिक जागरण, 12.9.09
  171. पूर्वांचल की समस्याओं के बीच कुछ महत्त्वपूर्ण उपलबिधयां - सोपान स्टेप, 2009
  172. यमुना की रक्षा कैसे हो - स्रोत, 12.9.09
  173. शहीदों की मजारों पर - दून द्वार, 6.9.09
  174. जमीन और घर के बिना किसान - निरन्तर, 26.8.09
  175. पंचायती राज की सफलता के लिए - राष्ट्रीय सहारा, 22.9.09
  176. ताकि कम खर्च में हो सके बेहतर आयोजन - दैनिक भास्कर, 23.9.09
  177. शराब के विरुद्ध जबरदस्त अभि यान चाहिए - जमीनी हकीकत, 15.9.09
  178. पंचायतों में भ्रष्टाचार व दबंगों पर नियंत्रण कैसे हो? - उपवन, अप्रैल-जून 2009
  179. विस्थापन बढ़ाता विकास - सर्वोदय प्रेस सर्विस
  180. रक्षा सूत्र आंदोलन की पहल - वन रक्षा में पंचायत प्रतिनिधियों ने निभार्इ प्रमुख भूमिका - पंचायती राज अपउेट, सितम्बर 2009
  181. हिन्दू धर्म को बचाएं आतंकवाद की राह से - निरन्तर, 15.9.09
  182. खतरे में क्यों हैं हाथ की कारीगरी - दैनिक जागरण, 21.9.09
  183. कहीं यूपी का नंदीग्राम ना बन जाए कुशीनगर - नवभारत टाइम्स, 26.9.09
  184. सवालों के घेरे में केन और बेतवा - नर्इ दुनिया, 24.9.09
  185. रामकथा से लीजिए जीवन का संदेश - अमर उजाला, 25.9.09
  186. हर काल में प्रेरणादायक है - रामकथा - दैनिक ट्रिब्यून, 27.9.09
  187. अभी भी बचार्इ जा सकती है यमुना - अमर उजाला काम्पैक्ट, 9.10.09
  188. किस राह पर चले किसान संगठन - अमर उजाला काम्पैक्ट, 9.9.09
  189. महिला किसानों का कौशल - अमर उजाला काम्पैक्ट, 15.9.09
  190. यूं सार्थक बन सकती है दोहा वार्ता - दैनिक भास्कर, 16.9.09
  191. बेरोजगारी और गांधीजी का सपना - दैनिक भास्कर, 30.9.09
  192. कैसे हो कम से कम विस्थापन - राष्ट्रीय सहारा, 30.9.09
  193. बांध निर्माण से आसपास के लोगों की तबाही न हो - सोपान स्टेप, अक्टूबर 2009
  194. नदी जोड़ योजना को छोड़ना ही उचित - दैनिक भास्कर, 7.10.09
  195. पुलिस से सांठगांठ कर जारी है शराब का धंधा - नवभारत टाइम्स, 8.10.09
  196. महिलाओं ने दिखार्इ खेती की नर्इ राह - नवभारत टाइम्स, 8.10.09
  197. परंपरागत Ñषि ज्ञान पर हमला - नर्इ दुनिया, 9.10.09
  198. विकास की सही पहचान कैसे हो - दैनिक जागरण, 12.10.09
  199. दलित सवालों पर संतुलित दृष्टिकोण- दैनिक भास्कर, 15.10.09
  200. पाक से आए हिंदू शरणार्थियों की फिक्र - दैनिक जागरण, 16.10.09
  201. दोहा वार्ता का मसौदा - दून द्वार, 11.10.09
  202. सुधार की बाट जोहती अमेरिकी व्यवस्था - राष्ट्रीय सहारा, 15.10.09
  203. मायने रखती है मामूली सी सादगी भी - नर्इ दुनिया, 22.10.09
  204. छोटी गड़बडि़यां देती हैं बड़े हादसे का पूर्वाभास - नवभारत टाइम्स, 23.10.09
  205. ऐसे तो मजबूत नहीं होंगी ग्राम पंचायतें - राष्ट्रीय सहारा, 26.10.09
  206. संप्रभुता का सवाल - दैनिक जागरण, 25.10.09
  207. डालिफन के साथ अन्य जीवों की भी हो फिक्र - दैनिक जागरण, 26.10.09
  208. पवित्र नदियों का बढ़ता प्रदूषण - नवभारत टाइम्स, 29.10.09
  209. खाध सुरक्षा की घातक अनदेखी - दैनिक भास्कर, 29.10.09
  210. गुरु नानक का जीवन आध्यात्म व समाज-सुधार का संगम - दैनिक ट्रिब्यून, 2.11.09
  211. किस राह जाएगा पंचायती राज - नर्इ दुनिया, 4.11.09
  212. मोटे वेतन वालों की हड़ताल - दून द्वार, 1.11.09
  213. क्या डालर का वर्चस्व टूट रहा है - देशबंधु, 9.11.09
  214. जन सहयोग से बचेगा हिमालय का पर्यावरण - राश्ट्रीय सहारा, 6.11.09
  215. आदिवासियों का हक - दैनिक जागरण, 6.11.09
  216. भकित समता व न्याय के संगम थे गुरु नानक - अमर उजाला काम्पैक्ट, 2.11.09
  217. टेक्नालाजी पर महात्मा गांधी के विचारों का महत्त्व - स्रोत, 7.11.09
  218. सीतापुर की उत्साहवर्धक पहल - सोपान स्टेप, नवम्बर 2009
  219. घातक साबित होती हथियारों की तस्करी - दैनिक जागरण, 13.11.09
  220. आदिवासियों के लिए शांतिपूर्ण पहल जरूरी - राष्ट्रीय सहारा, 10.11.09
  221. जयपुर हादसे से मिले सबक - दैनिक भास्कर, 11.11.09
  222. पंचायतों की विफलता - दैनिक जागरण 22.11.09
  223. टौंग्या गांवों को भी जरूरत है पंचायती राज की - पंचायती राज अपडेट, नवंबर 2009
  224. अन्याय के विरुद्ध संघर्ष है रामकथा का मर्म - अमर उजाला काम्पैक्ट, 28.9.09
  225. राम राज्य में विकास की समतावादी सोच - अमर उजाला काम्पैक्ट, 18.10.09
  226. प्रदूषण और विस्थापन के खिलापफ पंचायत प्रतिनिधियों का संघर्ष - पंचायती राज अपडेट, अक्टूबर 2009
  227. स्वास्थ्य सेवाएं सब तक पंहुचाने की चुनौती - दैनिक भास्कर, 23.11.09
  228. आदिवासी विकास की वैकलिपक सोच - नर्इ दुनिया, 24.11.09
  229. सतही उपायों से नहीं रुकेगी महंगार्इ - दैनिक जागरण, 27.11.09
  230. पंचायत-राज की सही राह - लोकमत समाचार, 6.11.09
  231. सूचना का अधिकार कानून: वर्तमान स्वरूप ही श्रेष्ठ - सर्वोदय प्रेस सर्विस, 11.12.09
  232. विकेन्द्रीकरण को नर्इ ताकत देगा चौखंभाराज - सर्वोदय प्रेस सर्विस, 11.12.09
  233. जलवायु बदलाव - अमर उजाला काम्पेक्ट
  234. अधिकांश दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है - अमर उजाला काम्पेक्ट
  235. तेल व गैस का भंडारण छोटे पैमाने पर हो - स्रोत फीचर्स
  236. पंचायती राज में जन-भागीदारी बढ़ाने का एक सार्थक प्रयास - पंचायत राज अपडेट, दिसंबर 2009
  237. आदिवासी हितों की रक्षा जरूरी - सोपान स्टेप, दिसंबर 2009
  238. बढ़ते वैश्विक संकट के सिकुड़ते समाधान - राष्ट्रीय सहारा, 3.12.09
  239. मुशिकल में हुनर - रविवारीय जनसत्ता, 6.12.09
  240. कैसे मील का पत्थर बने मिड डे मील योजना - दैनिक जागरण, 5.12.09
  241. नदी को बहने दीजिए - सच्ची मुच्ची, अक्टूबर 2009
  242. मंगल टर्बाइन से बुझेगी अब उत्तराखंड की प्यास - नवभारत टाइम्स, 13.12.09
  243. अन्याय से मुकाबले का जरिया बना आर.टी.आर्इ - नवभारत टाइम्स, 15.12.09
  244. धान किसानों के संकट की वजह यह भी - दैनिक जागरण, 15.12.09
  245. पर्यावरण व आजीविका के अनुकूलन खनन - दैनिक भास्कर, 17.12.09
  246. लोहिया के चौखम्भा राज पर गोष्ठी - सामाजिक-आर्थिक बदलाव का सशक्त साधन है पंचायती राज - पंचायती राज अपडेट, दिसम्बर 2009
  247. उचित प्रयास से ही बचेगी यमुना - देशबन्धु, 21.10.09
  248. ग्राम सभाओं को सशक्त करने का साल - दैनिक जागरण, 21.12.09
  249. इतिहास के कुछ अनछुए पन्ने - नर्इ दुनिया, 21.12.09
  250. प्रगति की कसौटी - जनसत्ता, 25.12.09
  251. करोड़ों की फिजूलखर्ची और खेती से खिलवाड़ - नवभारत टाइम्स, 26.12.09
  252. तेज बदलावों के दौर में लोहिया की सोच - निरन्तर, 22.12.09
  253. संतोष व सार्थकता के अभाव की चिंता - दैनिक भास्कर, 30.12.09
  254. कुपोषण की चपेट में दिल्ली - सर्वोदय प्रेस सर्विस, दिसम्बर 2009
  255. जीवन के अन्य रूपों से अन्याय - दैनिक जागरण राष्ट्रीय संस्करण डमी
  256. आयातित कबाड़ - दैनिक भास्कर, दिसम्बर 2009
  257. चीनी में कड़वाहट कैसी - दैनिक नवज्योति, 3.12.09